संस्था के उद्देश्य

  • युवक / युवतियों के शैक्षिक, सामाजिक, मानसिक, बौद्धिक, नैतिक, चारित्रिक, एवं शारीरिक विकास हेतु प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षण संस्थानो की स्थापना करना एवं उनका संचालन करना।


  • भारतीय शिक्षा और संस्कृति को ऊर्ध्वगति देने और आधुनिक शिक्षा को परिष्कृत करने के लिये समस्त भारत बर्ष मे गुरुकुलों और गौशलाओं का नेटवर्क स्थापित करना।

  • निर्धन एवं अनाथ लोगों व पिछड़े क्षेत्रों के विकास हेतु केंद्रीय सरकार एवं राज्य सरकार से संबंधित विभागों/मंत्रालयों जैसे स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय, यूनिसेफ, पंचायती राज विभाग, नेडा, मिड-डे-मील, सर्व शिक्षा अभियान, कुष्ठरोग, महिला कल्याण निगम, जल बोर्ड, हिडको, महिला एवं बाल विकास विभाग, कपार्ट, काई, सिप्सा, अवार्ड, नाबार्ड, नीराड, डूडा, सूडा, सिडवी, राष्ट्रीय महिला कोष, बाल विकास पुष्टाहार, राष्ट्रीय बाल श्रम, पर्यावरण मंत्रालय, केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, श्रम मंत्रालय, राजीव गांधी फाउंडेशन, विश्व स्वास्थ्य संगठन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद आदि के सहयोग से चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में सहयोग करना।

  • आम नागरिकों के समक्ष आने वाली दैवीय आपदाओं जैसे - भूकम्प , बाढ , अग्निकाण्ड , सूखा , महामारी तथा सड़क दुर्घटनाओं आदि के समय पीड़ितों की हर सम्भव सहायता करना तथा निःशुल्क सेवा शिविरों का आयोजन करना एवं संचालन करना ।

  • पर्यावरण संरक्षण, वन्य जीव संरक्षण, कृषि संरक्षण, पशु संरक्षण, दहेज उन्मूलन, टीकाकरण, बागवानी, पल्सपोलियो, नेत्र शिविर, स्वास्थ्य शिविर, महिला प्रजनन एवं बाल विकास कार्यक्रम, मलिन बस्ती सुधार कार्यक्रम, परिवार कल्याण कार्यक्रम, जनसंख्या / प्रदूषण नियंत्रण, शुद्ध पेयजल व्यवस्था, जलागम कार्यक्रम जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रमों का प्रचार-प्रसार व संचालन करना तथा कैंसर, टी० बी०, कुष्ठ रोग, एड्स व डेंगू आदि जैसी खतरनाक बीमारियों के बारे मे निशुल्क जानकारी एवं चिकित्सा की व्यवस्था करना।

  • नागरिकों के सामाजिक उत्थान हेतु विचार गोष्ठी, सेमीनार सम्मेलन, वाद-विवाद प्रतियोगिता, खेलकूद प्रतियोगिता, जागरूकता शिविर उपभोक्ता संरक्षण आदि कार्यक्रमों का आयोजन करना।

  • गौ, ग्राम और कृषकों के कल्याण के लिये गांवों मे गौ आधारित व्यवसाय स्थापित करना, ग्रामीणों को गौ आधारित उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण देना, बीज सरक्षण के लिये समितियां बनाना, तथा खेतों के लिये उच्च तकनीक के द्वारा पानी की व्यवस्था कराना।

  • समाज में उपेक्षित लोगों जैसे अंधे, कुष्ठरोगी व मूकबधिरों, विकलांगों व निराश्रित लाचार विधवा एवं वृद्ध जनों के कल्याण के लिए कार्य करना व बालाश्रम, अनाथालय एवं वृद्ध आश्रमों की स्थापना करना।

  • समाज मे ऐसे लोगों की पहचान करना जो अपने जीवन की औसत जरूरतों को पूरा कर सकने मे असमर्थ हैं,उनके लिए रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा और स्वास्थ्य आदि की निःशुल्क व्यवस्था करना।

  • रोजगार की परिभाषा मे सुधार करते हुए समाज सेवा के कार्य को रोजगार का दर्जा दिलाना ताकि हर युवक-युवती अपनी योग्यता और रुचि अनुरूप कार्य करते हुए ही रोजगार का अवसर प्राप्त कर सके तथा देश और दुनिया मे बढ़ रही इस बेरोजगारी की विकराल समस्या से निजात मिल सके।

  • मतदाताओं को लोकतंत्र और संविधान के बारे में प्रशिक्षित करने हेतु प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन करना, उनमे भाईचारा,एकजुटता और आपसी सौहार्द बनाये रखने हेतु कार्य करना साथ ही उनके वोटरशिप व अन्य लोकतांत्रिक अधिकारो के लिए वकालत करना।

  • अन्य वे सभी कार्य करना जो उपरोक्त संस्था के कल्याण हेतु आवश्यक हो तथा सोसायटी रजि० एक्ट 1860 की धारा 1 व 20 के अन्तर्गत आते हों।
Citizen Welfare Society